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Thursday, September 17, 2020

1962 में चीन ने चली थी यही चाल, अब उसी का सहारा लेकर भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में ड्रैगन


कल तक सीमा पर घुसपैठ का सहारा लेकर या फिर तनाव बढ़ाकर भारत को चुनौती देने वाला ड्रैगन अब सीमा पर पंजाबी गाने बजाकर भारतीय सेना का ध्यान भटकाने का काम कर रहा है। इतना ही नहीं, वो भारतीय सेना को यहां के राजनेताओं के खिलाफ भी भड़का रहा है। कह रहा है कि आप लोग अपने राजनीतिक आकाओं के चालों में फंसकर मूर्ख बन रहे हैं। ध्यान रहे कि ड्रैगन ने इस तरह की नापाक कोशिश 1962 के युद्ध के दौरान भी की थी। उस वक्त भी ड्रैगन ने सीमा पर पंजाबी गाने चलाकर भारतीय सेना का ध्यान भटकाने का काम किया था। यहां पर हम आपको बताते चले कि ड्रैगन ने ये पंबाजी गाने पोंगोंग झील के फिंगर-4 पर बजाकर भारतीय सेना का ध्यान भटका रहा है। जिन फिंगर 4 पर लाउडस्पीकर बज रहे हैं, वहां पर भारतीय सेना 24 घंटे निगरानी करती है।

बताते चले कि यह वही स्थान है, जहां पर गत 8 सितंबर को दोनों ही देशों की सेनाओं के बीच 100 राउंड फायरिंग हुई थी। माना जा रहा है कि चीन ने यह कार्रवाई भारतीय सेना की निगरानी से परेशान होकर यह कदम उठाया है। चीनी सेना के सैन्‍य रणनीतिकार सुन जू ने छठवीं शताब्‍दी ईसा पूर्व में अपनी बहुचर्चित किताब ‘आर्ट ऑफ वॉर’ में लिखा है कि युद्ध लड़ने का अच्छा कौशल होता है कि बिना लड़े ही युद्ध जीत लिया जाए। इसी रणनीतियों का सहारा लेकर चीन अब भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में जुटा गया। खैर,  वो कितनी भी कोशिशें क्यों न करें लेकिन भारतीय सेना की मुस्तैदी के आगे उसकी एक नहीं चलने वाली।

पोंगोंग झील के फिंगर-4 के इतर चूसूल में चीनी सेना के मोल्‍डो सैन्‍य चौकी पर भी लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। उधर, पंजाबी गाने चलाने के इतर चीनी सेना भारतीय सेना के मनोबल को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं। वहीं, बताया जा रहा है कि चीन ने यह कदम लगातार भारतीय सेना की निगरानी  और सबसे ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा करने की वजह से उठाई है।

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