हाथरस। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हुई हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पूरा विपक्ष सड़कों पर उतर आया है। वहीं प्रशासन मामले को जैसे—तैसे शांत कराने में जुटा हुआ है। पुलिस मंगलवार की देर रात युवती का शव लेकर हाथरस जनपद के उसके गांव बुलगड़ी पहुंची। शव पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन विरोध के बावजूद पुलिस ने परिजनों की गैर मैजूदगी में गैंगरेप पीड़िता ने का अंतिम संस्कार करा दिया। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस पूनम सदस्य के तौर पर होंगे। सीएम योगी ने घटना की तह तक जाकर, समयबद्ध रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए है। वहीं खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
जानकारी के मुताबिक गैंगरेप पीड़िता का शव मंगलवार रात करीब 12.45 हाथरस पहुंचा। इस दौरान गैंगरेप पीड़िता के शव को जब अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो लोगों ने विरोध जताते उसे रोकने की कोशिश की। एंबुलेंस के सामने लेटकर आक्रोश जताया। इस दौरान एसडीएम से परिजनों की कहासुनी भी हुई। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। सूत्रों की मानें तो परिजन रात में शव का अंतिम संस्कार नहीं करना चाहते थे। लेकिन पुलिस मामला ठंडा करने के लिए तुरंत अंतिम संस्कार करवाने पर तुली थी। इसके चलते आधी रात को करीब 2.40 बजे रीति—रिवाज से हटकर और परिजनों की गैरमौजूदगी में गैंगरेप पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इस बारे में गैंगरेप पीड़िता के चाचा ने बताया पुलिस दबाव बना रही थी कि शव का अंतिम संस्कार तुरंत कर दें। जबकि बेटी के मां-बाप और भाई सभी दिल्ली में ही हैं और वह अभी घर पहुंचे भी नहीं हैं। परिवार का इंतजार और रात में अंतिम संस्कार न करने की बात पर पुलिस ने दबाव डालते हुए कहा कि अगर आप लोग अंतिम संस्कार नहीं करोगे तो हम खुद कर देंगे।
उत्तर प्रदेश पुलिस की इस हरकत पर आक्रोश जताते हुए यूपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस कृत्य को कायराना बताया है। कांग्रेस ने अपने ट्वीट करते हुए लिखा है- निर्दयता की हद है यह। इस गंभीर मुद्दे पर सरकार को संवेदनशील होना चाहिए उस समय सरकार ने निर्दयता की सारी सीमाएं तोड़ दी। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी अंतिम संस्कार का वीडियो अपने फेसबुक पेज पर शेयर कर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है।
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