कोलकाता। कभी नवरात्रि को लेकर पूरे देश में फेमस रहने वाला पश्चिम बंगाल में आज हालत यह हो गई है कि हिंदू धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करना काफी घातक हो गया है। यहां हिंदू धर्म के नाम पर सियासत करने वाली भाजपा को बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। इसके चलते अब तक कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या भी की जा चुकी है। वहीं भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में पार्टी कार्यकर्ता ममता सरकार के खिलाफ आज सड़कों पर उतरे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेताओं की हत्या के विरोध में राजधानी कोलकाता में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और भाजपा कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाई।
इतना ही नहीं बेकाबू होती भीड़ का नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वॉटर केनन का भी इस्तेमाल करना पड़ा। खबरों के मुताबिक राज्य सचिवालय की तरफ भाजपा के मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई है। पुलिस के मुताबिक भाजपा के ‘नभाना की ओर मार्च’ के दौरान हावड़ा के संतरागाछी में कार्यकर्ताओं को तितर—बितर के लिए पुलिस को पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम लोग लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन ममता सरकार ने हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसक रूप देने की कोशिश की है। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस के साथ टीएमसी के गुंडों ने मिलकर हम पर पथराव किया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता मास्क पहने हुए हैं। क्या कोविड 19 का नियम सिर्फ हमारे लिए हैं? ममता जी हजारों समर्थकों के साथ प्रदर्शन करती हैं और हमें सामाजिक दूरी का पाठ पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या कोई नियम उन पर नहीं लागू होता?
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