जब फिल्म करन-अर्जुन में दुर्गा देवी ने दुर्जन सिंह की आंखों में आंखें डालकर ये कहा था कि मेरे बेटे आएंगे, मेरे करन-अर्जुन आएंगे, जमीन की छाती फाड़कर आएंगे, आसमान का सीना चीर कर आएंगे, तो दर्शकों की तालियों से पूरा सिनेमा हॉल गूंज उठा था, जब बाजीगर में अजय की मां शोभा ने मदन चोपड़ा से कहा था कि मां बेटे का भविष्य चुनती है, दुआएं चुनती है, उसके जिस्म के टुकड़े नहीं, तो दर्शकों की आंखें छलछला गई थी।
सुकून की जिंदगी
आज गुजरे जमाने की वही एक्ट्रेस चकाचौंध की दुनिया छोड़ फॉर्महाउस में सुकून की जिंदगी बिता रही हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस राखी गुलजार की, एक के बाद एक यादगार फिल्में और किरदार निभाने वाली राखी इन दिनों फिल्मी चमक-दमक से बिल्कुल दूर है।
फॉर्म हाउस
कभी प्रेमिका बनकर, तो कभी पत्नी बनकर, तो कभी मां बनकर फिल्मों के किरदारों को यादगार बना देने वाली राखी गुलजार मुंबई से दूर पनवेल में अपने फार्म हाउस पर ज्यादातर समय बिताती हैं, राखी को खेती करना बहुत पसंद है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके फार्म हाउस पर कई पालतू जानवर है, जिनकी वो देखभाल करती है, उनके फार्म हाउस पर कई तरह की सब्जियां भी उगाई जाती हैं।
शहर में परेशान होती है
राखी की बेटी और फिल्म निर्देशख मेघना गुलजार बताती हैं कि उनकी मां को फार्म हाउस में रहना पसंद है, क्योंकि उनको जानवरों से तथा खेती-बाड़ी से बहुत लगाव है, मेघना के मुताबिक मुंबई शहर में होने वाले शोरगुल से उन्हें घबराहट होती है, जिससे वो परेशान हो जाती हैं, इसी वजह से वो फार्म हाउस पर समय बिताना पसंद करती हैं, आपको बता दें कि राखी ने गीतकार गुलजार से शादी की थी, हालांकि बाद में दोनों अलग हो गये, दोनों की बेटी का नाम मेघना गुलजार है।
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