पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में चरमपंथियों ने एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर के विध्वंस पर गहरा विरोध किया है। यह घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहाट जिले के करक जिले में हुई, जहां चरमपंथियों की भीड़ ने पहले मंदिर में आग लगाई और फिर मंदिर की दीवारों को ध्वस्त कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पाकिस्तान के चरमपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने मंदिर पर धावा बोला। लेकिन भीड़ को रोकने के बजाय पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में कई लोग मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं के साथ-साथ अन्य अल्पसंख्यकों को इस मुद्दे पर नाराजगी है। उधर, पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी और अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की निंदा की है। यहां रहने वाले हिंदुओं ने मंदिर के पुनर्निर्माण की अनुमति मांगी थी।
महत्वपूर्ण रूप से, यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में मंदिरों पर हमला किया गया है। मंदिरों के साथ-साथ अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर भी लगातार हमले हो रहे हैं।
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