आर्थिक विकास होता है
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का ईशान कोण और उत्तर दिशा साफ, सुव्यवस्थित, खुला और हल्का रखें। ऐसा करने से आर्थिक समृद्धि आती है। आपको बता दें, उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण कहा जाता है।
सुख और शांति भी मिलती है
अगर घर के ईशान कोण और उत्तर दिशा में खुरदरी या अनावश्यक वस्तुएं हों तो उसे हटा दें। कहा जाता है कि ऐसा करने से धन और सुख के द्वार खुलते हैं।
धन-धान्य दोष नहीं रहता
प्रत्येक योजना को घर के पूर्व और पश्चिम पक्षों के बीच हल्का और कम रखें। वास्तुशास्त्र के अनुसार, ऐसा करने से घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी।
धन प्राप्त होता है
अपने घर के ब्रह्मस्थान यानी केंद्र को साफ और खुला रखें। कहा जा रहा है, ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है।
आय और धन में वृद्धि होती है
वास्तुशास्त्र के अनुसार, इस दिन उत्तर दिशा में दर्पण लगाएं। इस दिशा में दर्पण लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। जिससे आय और धन में वृद्धि होती है।
कुबेर प्रसन्न होते हैं
उत्तर के प्रमुख देवता कुबेर हैं, जो धन और समृद्धि का प्रतीक हैं। ज्योतिष के अनुसार, बुद्ध उत्तर के स्वामी हैं। उत्तर दिशा को मातृ स्थान भी कहा जाता है। इस दिशा में जगह या कच्ची जमीन छोड़ना धन और समृद्धि का कारक माना जाता है।
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