विशेष प्रकार के तत्व ईथासिनिन के कारण इस चावल का रंग काला है। विशेषज्ञों के अनुसार, चावल औषधीय गुणों से भरपूर है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, काला चावल विटामिन ई, फाइबर और प्रोटीन से भी भरपूर होता है। इसके सेवन से रक्त शुद्ध होता है। और साथ ही वसा कम करने से वजन घटाने में मदद मिलती है। और पाचन शक्ति को भी बढ़ाता है।
हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है
काले चावल शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं। जिसे दिल के लिए अच्छा माना जाता है। जो हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है। साथ ही यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालता है। त्वचा को चमकदार बनाता है। और आंखों के लिए भी फायदेमंद है। डायबिटीज और आर्थराइटिस के रोगियों के लिए भी काला चावल अच्छा माना जाता है।
300-350 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है
इस चावल की खेती मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में भी की जाती है जिसमें यूपी में मिर्जापुर और चंदौली शामिल हैं। इस फसल को सामान्य चावल की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है। तमिलनाडु, बिहार, राजस्थान, मुंबई, हरियाणा और यहां तक कि विदेशों सहित देश के सभी हिस्सों में इसकी मांग बढ़ रही है। ये 300-350 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहे हैं।
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