क्रिकेट में हर टीम को एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश होती है जो बल्ले और गेंद से टीम के लिए एक जैसा प्रदर्शन कर सके ताकि टीम का संतुलन बेहतर रहे। इसका एक उदाहरण आप टीमों के एक लंबे समय तक किसी फॉर्मेट में दबदबे के तौर पर देख सकते हैं। जिसमें 70 से 80 के दशक में वेस्टइंडीज़ के पास शानदार ऑलराउंडर खिलाड़ी मौजूद थे, जिसके चलते टीम को हराना आसान काम नहीं था।
ऐसा ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ भी देखने को मिला जिसमें टीम के पास शेन वॉट्सन से लेकर मार्क वॉ नाम शामिल है। क्रिकेट की दुनिया में हर दशक में एक ऐसा खिलाड़ी देखने को मिला है, जिसने खेल के तीनों विभाग में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। जिसके बाद हम आपको ऐसे टॉप-5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट के एक मैच में 3 से अधिक विकेट लेने के साथ 50 से अधिक रनों की पारी भी खेली है।
1 – विवियन रिचर्ड्स (119 रन, 5 विकेट बनाम न्यूजीलैंड)
साल 1987 में वेस्टइंडीज़ की टीम न्यूजीलैंड के दौर पर थी, जहां पर सीरीज का पहला वनडे मैच डुनेडिन के मैदान में खेला गया। इस मैच में विंडीज़ टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 237 रन बनाए। जिसमें कप्तान विवियन रिचर्ड्स ने 113 गेंदों में 119 रनों की पारी खेली। इसके बाद विंडीज़ टीम की गेंदबाजी में भी रिचर्ड्स ने कमाल दिखाते हुए 10 ओवरों में 41 रन देते हुए 5 खिलाड़ियों के विकेट झटक लिए। जिसके चलते वेस्टइंडीज़ की टीम को मैच में 95 रनों से जीत हासिल हुई थी।
2 – कृष्णम्माचारी श्रीकांत (70, 5 विकेट बनाम न्यूजीलैंड)
भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाजी कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने साल 1988 में न्यूजीलैंड टीम के भारत दौरे के दौरान विशाखापट्टनम में खेले गए सीरीज के पहले वनडे मैच में जहां पहले गेंद से 5 कीवी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाते हुए उन्हें 196 के स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका अदा की थी। वहीं बल्लेबाजी में श्रीकांत ने 87 गेंदों में 70 रनों की पारी खेलते हुए टीम की जीत को भी सुनिश्चित किया।
3 – मार्क वॉ (57 रन, 5 विकेट बनाम वेस्टइंडीज)
ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज़ की टीम साल 1992 के वर्ल्डकप में 7वें लीग मैच में मेलबर्न के मैदान पर भिड़ी थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए 50 ओवरों में 198 रन ही बना सकी जिसमें मार्क वॉ ने 57 रनों की पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए इस लक्ष्य को बचाना आसान नहीं था, लेकिन मार्क वॉ ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए 6 ओवरों में सिर्फ 24 रन देकर 5 विंडीज़ खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया। जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इस मैच में 4 रनों की रोमांचक जीत हासिल की थी।
4 – लांस क्लूजनर (54 रन, 6 विकेट बनाम श्रीलंका)
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी लांस क्लूजनर का नाम जब क्रिकेट फैंस के सामने आता है, तो सभी को साल 1999 में अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए वर्ल्डकप के टाई मैच की याद ताजा हो जाती है। हालांकि क्लूजनर ने कई मौकों पर दक्षिण अफ्रीको अपने हरफनमौला खेल के जरिए जीत दिलाई है। जिसमें उन्होंने साल 1997 में श्रीलंका के खिलाफ लाहौर के मैदान में खेले गए वनडे मैच में पहले बल्ले से 54 रनों की पारी खेली तो वहीं बाद गेंद से क्लूजनर ने 6 विकेट हासिल करते हुए इस मैच में दक्षिण अफ्रीका को 66 रनों से जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी।
5 – अब्दुल रज्जाक (70 रन, 5 विकेट बनाम भारत)
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली भिड़ंत हमेशा रोमांचक रही है, जिसमें दोनों ही टीमों के बीच साल 2000 में ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट में खेले गए मैच में देखने को मिला था। इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 262 रन बनाए जिसमें अब्दुल रज्जाक ने नाबाद 70 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद मजबूत भारतीय बल्लेबाजी क्रम से इस लक्ष्य का बचाव करना पाकिस्तान के लिए आसान काम नहीं था। लेकिन अब्दुल रज्जाक ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए 10 ओवरों में 48 रन देकर 5 विकेट हासिल किए और पाकिस्तान को 32 रनों की रोमांचक जीत दिलाने में कामयाब रहे।
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