भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता हैं, ऐसे में अन्तराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करना कभी भी आसान नहीं रहता हैं. देश में क्रिकेट के प्रति बढती लोकप्रियता के कारण इस खेल प्रतिस्पर्धा भी काफी बढ़ गई हैं और राष्ट्रीय टीम के लिए डेब्यू करने के लिए असाधारण प्रदर्शन करना होता हैं.
प्रत्येक वर्ष देश में खेली जानी वाली घरेलू प्रतियोगिता से कई होनहार खिलाड़ी निकलते हैं, जो लगातार अच्छा प्रदर्शन करके राष्ट्रीय चयन समिति का ध्यान आकर्षित करते हैं लेकिन ऐसे भी कई खिलाड़ी देखने को मिले हैं, जो करियर के शुरुआत में टीम इंडिया के भविष्य माने जाते हैं लेकिन उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए डेब्यू मैच तक नहीं मिल पाता हैं.
1) उन्मुक्त चंद
28 वर्षीय बल्लेबाज उन्मुक्त चंद एक बेहद होनहार खिलाड़ी हैं. साल 2010 में 17 वर्ष की उम्र में चंद ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था. ये होनहार खिलाड़ी अंडर 19 वर्ल्ड कप 2012 में बतौर कप्तान भारत को खिताब जीतने के बाद रातो-रात स्टार बन गए थे और उन्हें क्रिकेट के दिग्गज टीम इंडिया के भविष्य का कप्तान मान रहे थे.
2012 में खिताबी जीत के बाद से इस खिलाड़ी ने 67 प्रथम श्रेणी मैचों में 31.57 की औसत और 8 शतकों की मदद से 3379 रन बनाये हैं. इसके आलावा उन्होंने 120 लिस्ट ए मैचों में 41.33 की दमदार औसत से 4505 रन बनाये हैं. अब ये खिलाड़ी घरेलू स्तर पर 10 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल कर चूका है, इसके बावजूद वह अन्तराष्ट्रीय डेब्यू के लिए तरस रहे हैं.
2) दीपक हूडा
26 वर्षीय बल्लेबाजी ऑलराउंडर दीपक हूडा ने साल 2013 में बड़ौदा की ओर से खेलते हुए घरेलू स्तर पर डेब्यू किया था. तब से इस खिलाड़ी ने 46 प्रथम श्रेणी, 68 लिस्ट ए और 131 टी20 मैचों में क्रमश: 2908, 2059 और 1834 रन बना चुके हैं. इसके आलावा उन्होंने तीनों फॉर्मेट में 51 विकेट भी अपने नाम किये हैं.
हूडा ने आईपीएल में कंसिस्टेंट प्रदर्शन किया हैं, जिसके बाद उन्हें टीम इंडिया के लिए चुना भी गया था लेकिन वह डेब्यू नहीं कर पाए थे और फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया था. जिसके बाद से वह लगातार अच्छा कर रहे हैं लेकिन अभी भी डेब्यू मैच का इंतज़ार कर रहे हैं.
3) सरफराज खान
सरफराज़ खान क्रिकेट फैन्स के लिए एक जानामाना नाम हैं, इस खिलाड़ी ने महज 16 वर्ष की उम्र में घरेलू क्रिकेट में शानदार अंदाज़ में डेब्यू किया था. जिसके बाद से इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट में रनों का अम्बार लगाया हैं.
दाए हाथ के बल्लेबाज ने 17 प्रथम श्रेणी मैचों में 66.50 की अद्भुत औसत से 1463 रन बनाये हैं, इस दौरान उन्होंने नाबाद 301 रनों के सर्वोच्च स्कोर सहित 4 शतक भी जड़े हैं. इसके आलावा इस खिलाड़ी ने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया हैं लेकिन टीम इंडिया बढती प्रतिस्पर्धा के कारण उन्हें चयनकर्ता लगातार नजरंदाज़ कर रहे हैं.
4) कमलेश नागरकोटी
राजस्थान के 21 वर्षीय पेसर कमलेश नागरकोटी ने 2017 में मुंबई के खिलाफ घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था. जिसके बाद से उन्होंने 9 प्रथम श्रेणी और 11 टी20 मैचों में क्रमश: 11 और 5 विकेट अपने नाम किये हैं.
घरेलू क्रिकेट में 3 वर्षों से कंसिस्टेंट प्रदर्शन करने के बाद भी ये गेंदबाज अभी तक अन्तराष्ट्रीय डेब्यू का इंतज़ार कर रहे है.
5) मनजोत कालरा
22 वर्षीय सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा अंडर 19 वर्ल्ड कप 2018 फाइनल में शानदार शतक लगाने के बाद सुर्ख़ियों में आये थे. हालंकि इसके बाद से वह अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए ज्यादा विकेट नहीं खेले हैं.
अंडर 19 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के बाद क्रिकेट पंडित उन्हें रोहित शर्मा का रिप्लेसमेंट मान रहे थे लेकिन 4 वर्ष बितने के बाद उन्हें टीम इंडिया के लिए एक भी मौका नहीं मिल पाया हैं.
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