किसी भी एकदिवसीय क्रिकेटर के लिए पहला एकदिवसीय मैच हमेशा एक नर्वस पल होता है, चाहे वह कितना भी अच्छा क्यों न हो या उसके पास कितनी भी गुणवत्ता हो. जब तक आप पहला रन नहीं बना लेते हो, जब तक खिलाड़ी एक बेचैनी में रहता हैं. पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई क्रिकेटर हुए हैं जो अपने पहले एकदिवसीय मैच में शून्य पर आउट हो गए लेकिन फिर भी 50 ओवर के क्रिकेट में मेगा बल्लेबाजी सुपरस्टार बन गए.
आज इस लेख में हम वनडे क्रिकेट के 5 ऐसे सुपरस्टार्स के बारे में जानेगे, जो डेब्यू मैच में खाता तक नहीं खोल पाए.
1) एमएस धोनी
एमएस धोनी ने दिसंबर 2004 में भारत और बांग्लादेश के बीच 3 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के पहले गेम में भारत के लिए अपना एकदिवसीय डेब्यू किया. भारत उस मैच में पहले बल्लेबाजी कर रहा था और धोनी को नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया था.
हालांकि, इससे पहले कि वह कोई महत्वपूर्ण योगदान दे पाता, विकेटकीपर बल्लेबाज दूसरे छोर पर मोहम्मद कैफ के साथ गलतफहमी के बाद रन आउट हो गया. हालाँकि, कैफ ने इस मैच में 80 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली और भारत को कुल 245 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया.
2) सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने दिसंबर 1989 में भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला में भारत के लिए अपना पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला और वह गुजरांवाला में बारिश से बाधित खेल में अपनी पहली एकदिवसीय पारी में अपना खाता भी नहीं खोल सके.
बारिश के कारण मैच को 16-16 ओवर का कर दिया गया था और पहले बल्लेबाजी करते हुए, पाकिस्तान ने बोर्ड पर 87 रन बनाए, जो आज का पीछा करने के लिए एक आसान कुल लग सकता है, लेकिन उन दिनों पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ यह एक कठिन काम था. तेंदुलकर ने नंबर 5 पर बल्लेबाजी की. उस मैच में वह दूसरी गेंद पर आउट हो गए. भारत से मैच 7 रनों से हार गया था.
3) केन विलियमसन
केन विलियमसन, जो इस समय खेल के तीनों प्रारूपों में न्यूजीलैंड के कप्तान हैं. इस खिलाड़ी ने अगस्त 2010 में भारत, न्यूजीलैंड और श्रीलंका की त्रिकोणीय श्रृंखला से वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था.
भारत के खिलाफ उस मैच में विलियमसन ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी की थी. इस मैच में प्रवीण कुमार ने उन्हें एक भी भी बनाने से पहले उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया. हालाँकि, मैच का परिणाम अंत में न्यूजीलैंड के पक्ष में रहा और भारत ये मैच 200 रनों से बड़े अंतराल से हारा था.
4) सुरेश रैना
विश्व कप 2011 के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में भारत की जीत के हीरो रहे सुरेश रैना भी उन खिलाड़ियों में शामिल थे जो अपनी पहली वनडे पारी में कोई रन नहीं बना सके. रैना को 2005 में भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय सीरीज में पहली बार भारत के लिए बल्लेबाजी करने का मौका मिला था.
रैना नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने आए. श्रीलंका के चैंपियन ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन उस समय अपने करियर के चरम पर थे. ऐसे में युवा और अनुभवहीन रैना मुरली के सामने पहली ही गेंद पर स्टंप्स के सामने फंस गए और उन्हें अपने नाम डक लेकर पवेलियन लौटना पड़ा.
5) शिखर धवन
शिखर धवन ने 2010 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला के दूसरे मैच में अपनी पहली एकदिवसीय पारी खेली. भारत के नियमित सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर को उस श्रृंखला के लिए आराम दिया गया था, इसलिए भारत ने शीर्ष पर अनकैप्ड धवन को मौका दिया था.
लेकिन धवन पारी की दूसरी गेंद पर क्लिंट मैके की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए. भारत उस मैच में 290 रनों के कड़े लक्ष्य का पीछा कर रहा था और शुरुआत में धवन का विकेट एक बड़ा झटका था, लेकिन भारत ने विराट कोहली के शतक की मदद से मैच जीता था.
No comments:
Post a Comment