भारतीय टीम ने पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में काफी प्रगति की है, घरेलू और विदेशी स्तर पर लगातार जीत दर्ज की है. टीम के पास अक्सर ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो मैच विजेता साबित होते हैं या टीम की जीत के लिए बड़ा योगदान देते हैं. हालाँकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए चुनी गई टीम में साफ़ देखा गया हैं कि चयन समिति से कुछ चूक हुई हैं.
20 सदस्यीय टीम में कई सक्षम खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें से सभी ने पिछले कुछ समय में बेहद शानदार खेल दिखाया हैं जिसके कारण भारत टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंचा. लेकिन फाइनल में सिर्फ 11 खिलाड़ियों को ही चुना जा सकता हैं और जैसा कि न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कोलिन डी ग्रैंडहोमे ने कमेंट किया था कि विराट कोहली के लिए सबसे अच्छी टीम चुनना चुनौतीपूर्ण कार्य होगा. इन सब के बीच आज इस लेख में हम 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानेगे, जो टीम इंडिया में चुनने के हकदार नहीं थे.
1) हनुमा विहारी
हनुमा विहारी ने भारतीय टीम के लिए कुछ शानदार प्रदर्शन किए. हालाँकि, उन्हें अक्सर टेस्ट क्रिकेट में प्रमुख प्लेइंग इलेवन में नहीं चुना जाता हैं. हनुमा विहारी को विराट कोहली की अनुपस्थिति के कारण ऑस्ट्रेलियाई दौरे में जगह मिली. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने वर्तमान में 12 टेस्ट में 32.84 की औसत सहित एक सौ चार अर्द्धशतक के साथ 624 रन बनाए.
विहारी ने चोटिल होने से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में एक यादगार दरव खेलने के बाद खूब सुर्खियाँ बटौरी थी. लेकिन टीम में अन्य खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं. 27 वर्षीय वर्तमान में वार्विकशायर के लिए काउंटी चैम्पियनशिप खेल रहे हैं लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा हैं ऐसे में उन्हें टेस्ट चैंपियनशिप की प्लेइंग इलेवन में जगह मिल असंभव दिखाई दे रहा हैं.
2) अक्षर पटेल
लाल गेंद वाली क्रिकेट में अपनी पहली श्रृंखला में अक्षर पटेल के प्रदर्शन को नजरअंदाज करना मुश्किल हो सकता है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेली तीन घरेलू टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन करके टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई. बाएं हाथ के स्पिनर ने 10.59 की अद्भुत औसत से 27 विकेट झटके, जिस दौरान उन्होंने 4 बार एक पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा भी किया.
फिर भी, चयनकर्ताओं ने रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और वाशिंगटन सुंदर में अक्षर के अलावा चार फिंगर स्पिनरों का विकल्प चुना है. कीवी टीम के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले में भारत में रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन को ही मैदान उतारे जाने की संभावना सबसे अधिक हैं. जडेजा और अश्विन गेंदबाजी में धमाल मचाने के आलावा बल्लेबाजी में टीम के लिए योगदान देने करने में सक्षम हैं.
3) शार्दूल ठाकुर
भारत के लिए हाल में रेड बॉल क्रिकेट में उनके प्रदर्शन के बाद उनका प्लेइंग इलेवन मे जगह मिल बेहद मुश्किल दिखाई दे रहे हैं. इसके आलावा टेस्ट क्रिकेट में उनके पास अनुभव की भी कमी हैं. शार्दुल ठाकुर ने केवल कुछ टेस्ट खेले हैं, हालाँकि, उन्होंने उन में एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है लेकिन भारत के टीम में पहले से ही इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी ठाकुर से अधिक कारगर साबित हो सकते हैं.
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