एक बल्लेबाज के रूप में टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू के लिए संभवत: सही प्रारूप है क्योंकि गेंदबाज पर दबाव अन्य दो प्रारूपों की तुलना में कहीं अधिक होता है. सबसे छोटे प्रारूप में बल्लेबाजों के पास बड़ी खेलना आसन नहीं होता हैं और डेब्यू पर एक यादगार पारी खेलना मुश्किल है. इस लेख में, हम टी20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू पर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले टॉप 5 बल्लेबाजों के बारे में जानेगे.
एक लेख में एसोसिएट देशों के खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया गया हैं.
5) ओशादा फर्नांडो – 78* बनाम पाकिस्तान ( 2019)
श्रीलंकन खिलाड़ी ने 2019 के पाकिस्तान दौरे में सभी को प्रभावित किया क्योंकि उन्होंने नंबर एक टी20 टीम को अपनी बैटिंग से परेशान कर दिया. पहले ही सीरीज जीतने के बाद श्रीलंका ने तीसरे और अंतिम टी-20 के लिए पांच बदलाव किए. इस ओशादा फर्नांडो को डेब्यू कैप दी गई और वह तब बैटिंग करने आये जब श्रीलंका का स्कोर 30/3 था.
फर्नांडो ने क्रीज पर कोई समय बर्बाद नहीं किया और तुरंत उस्मान शिनवारी की गेंद पर एक चौका और एक छक्का लगाया. फर्नांडो ने पूरी पारी में क्लासिकल स्ट्रोक्स खेले और कठिन विकेट पर 48 गेंदों में 78 रन बनाए.
4) डेविड मालन – 78 बनाम दक्षिण अफ्रीका (2017)
डेविड मालन सबसे छोटे प्रारूप में वर्तमान शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं, लेकिन 2017 में किसी ने भी उन्हें इंग्लैंड की टीम के लिए नियमित रूप से शुरुआत करने का मौका नहीं दिया. तीन मैचों की टी-20 सीरीज के निर्णायक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया. रॉय के जल्दी आउट होने के बाद और मालन नियमित कप्तान मॉर्गन के आराम करने के साथ तीसरे नंबर पर आ गए.
मालन ने आते ही सभी को चौंका दिया और इमरान ताहिर को अभूतपूर्व अंदाज में खेला. उन्होंने अनुभवी की गेंद पर पांच चौके और एक छक्का लगाया और इंग्लैंड को 181 के स्कोर तक ले गए. इंग्लैंड ने 19 रन से मैच जीत लिया और मालन ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टी20 बल्लेबाज बनने की अपनी यात्रा शुरू की.
3) रिले रूसो – 78 बनाम ऑस्ट्रेलिया ( 2014)
तीन मैचों की सीरीज के पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. वॉटसन और फॉल्कनर की दो अच्छी पारियों के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कुल 144 रन बनाए. जवाब में रीजा हेंड्रिक्स डक पर आउट हुए और रूसो क्रीज पर क्विंटन डी कॉक के साथ खेलने उतरे.
रूसो ने पावरप्ले में बोलिंगर को निशाना बनाया और पीछा करने के पांचवें ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाया. पावरप्ले के बाद, रूसों ने शांति और संयम दिखाया और डेब्यू पर उनकी यादगार पारी ने दक्षिण अफ्रीका को एक यादगार जीत दिलाई.
2) डेविड वार्नर – 89 बनाम दक्षिण अफ्रीका (2009)
वार्नर 2009 में एमसीजी में अपनी अनूठी बैटिंग शैली में खेले और उन्होंने अपने घरेलू दर्शकों को दिखाया कि वह गिलक्रिस्ट की विरासत को आगे ले सकते हैं. उन्होंने स्टेन, मॉर्केल और एनटिनी के खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाया. उन्होंने तीसरे ओवर में एनटिनी के दो बड़े छक्के लगाए और छठे ओवर में डेल स्टेन के खिलाफ एक दुस्साहसिक पैडल शॉट खेला.
वार्नर ने केवल 19 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और 14वें ओवर में एनटिनी द्वारा उन्हें आउट करने से पहले एक शतक की ओर बढ़ रहे थे.
1) रिकी पोंटिंग – 98* बनाम न्यूजीलैंड ( 2005)
पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में पोंटिंग ने डेब्यू पर यादगार पारी खेली और दिखाया कि क्लासिक बल्लेबाज भी सबसे छोटे प्रारूप में बने रह सकते हैं. साइमंड्स के एक बवंडर के बाद, पोंटिंग ने पारी को पूरी तरह से नियंत्रित किया और इस फॉर्मेट की एक ऐतिहासिक पारी खेली.
सेटल होने के बाद, पोंटिंग ने डेथ ओवरों के दौरान तूफानी पारी खेली और डेरिल टफी के खिलाफ कुछ दमदार शॉट हैं. पोंटिंग ने टफी के अंतिम ओवर में चार छक्के और एक चौका लगाया और पोंटिंग एक शानदार शतक से सिर्फ दो रन कम रह गए.
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