वनडे क्रिकेट में प्रत्येक टीम को एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश रहती है, जिसे मैच को खत्म करने की काबिलियत हासिल हो। क्योंकि लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को वहां तक पहुंचाना और फिर उसे खत्म करके वापस आना आसान काम नहीं होता है। लेकिन विश्व क्रिकेट में हम सभी ने ऐसे कई खिलाड़ियों को देखा है, जो यह काम कई बार बड़ी आसानी से करते हुए दिखाई दिए हैं।
जिस भी टीम के पास इस तरह के खिलाड़ी मौजूद होते हैं, उनका मैच में जीत का प्रतिशत पहले से बढ़ा होता है और लक्ष्य का पीछा करना भी वह बेहद पसंद करती हैं। ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व खिलाड़ी माइकल बेवन ने लम्बे समय तक अपनी टीम के लिए यह काम किया है। जिसके बाद हम आपको ऐसे टॉप-3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वनडे क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते टीम को जीत दिलाकर वापस नाबाद पवेलियन लौटे हैं।
3 – इंजमाम उल हक (32 बार नाबाद)
पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान और अपने समय के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार किए जाने वाले पूर्व खिलाड़ी इंजमाम उल हक का वनडे क्रिकेट में काफी दबदबा देखने को मिला है। इंजमाम लंबे समय तक पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए मध्यक्रम में एक बेहद महत्वपूर्ण खिलाड़ी के तौर पर खेले हैं। इंजमाम ने अपने करियर में खेले 378 वनडे मैचों की 350 पारियों में से 32 में लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को जीत दिलाकर नाबाद पवेलियन वापस लौटे हैं।
2 – जोंटी रोड्स (33 बार नाबाद)
दक्षिण अफ्रीका टीम के पूर्व खिलाड़ी और महान फील्डर जोंटी रोड्स ने वनडे क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी का जलवा भी काफी दिखाया है। रोड्स ने अपने करियर में खेले 245 वनडे मैचों की 220 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 35.12 के औसत से कुल 5,935 रन बनाए हैं। जिसमें से उन्होंने 32 पारियों में लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को जीत दिलाकर पवेलियन नाबाद वापस लौटे हैं।
1 – महेंद्र सिंह धोनी (47 बार नाबाद)
विश्व क्रिकेट में महान कप्तानों की लिस्ट में शुमार भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाजी महेंद्र सिंह धोनी को बेस्ट फिनिशर का खिताब भी हासिल था। धोनी ने कई बार वनडे क्रिकेट में टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाने का काम किया है। अपने वनडे करियर में कुल 350 मैच खेलने वाले धोनी ने 297 पारियों में बल्लेबाजी की जिसमें से 47 पारियों में वह लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दिलाकर नाबाद पवेलियन वापस लौटे हैं।
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