टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेना सबसे मुश्किल काम होता है, क्योंकि क्रिकेट के इस सबसे लंबे प्रारुप में बल्लेबाज बेहद संयम के साथ बल्लेबाजी करता है। इस खास लेख में हम आपको ऐसे पांच खिलाड़ियों के बारे में बता रहें हैं, जिन्हें पहला टेस्ट विकेट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। हालांकि लिस्ट में जो पांच खिलाड़ी शामिल हैं, उनमें एक कैलिस को छोड़कर बाकी सभी मूलतः बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
सचिन तेंदुलकर
यूं तो टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को उनकी बल्लेबाजी के लिए याद रखा जाता हैष इस प्रारुप में उन्होंने सबसे अधिक रन बनाए हैं। लेकिन उन्होंने कई मौकों पर गेंदबाजी भी की है और जरुरी वक्त पर विकेट चटकाकर भारत की मदद की है। लेकिन ये बात शायद ही आपको पता होगी कि सचिन तेंदुलकर को अपने पहले टेस्ट विकेट के लिए 112 पारियों का इंतजार करना पड़ा था। हालांकि तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 46 विकेट झटके हैं।
जैक्स कैलिस
दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर जैक्स कैलिस जितने बल्लेबाजी में निपुण थे, उतनी महत्वपूर्ण भूमिका वह गेंदबाजी के दौरान भी निभाते थे। कैलिस ने अपने टेस्ट करियर में कुल 292 विकेट चटकाए हैं। लेकिन ये जानकर आपको हैरानी होगी कि कैलिस को अपने पहले टेस्ट विकेट के लिए 106 पारियों तक इंतजार करना पड़ा था।
स्टीव वॉ
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में शुमार स्टीव वॉ कप्तानी, बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी भी किया करते थे। टीम को जब उनसे गेंदबाजी की डिमांड होती थी, तब वह मोर्चा संभालते थे। वॉ को पहली 98 पारियों में गेंदबाजी के दौरान एक भी विकेट नसीब नहीं हुआ था। हालांकि उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 92 विकेट दर्ज हैं।
सनथ जयसूर्या
श्रीलंका के ऑलराउंडर सनथ जयसूर्या को टेस्ट क्रिकेट में पहला विकेट हासिल करने के लिए 88 पारियों का इंतजार करना पड़ा था। जयसूर्या ने अपने पूरे टेस्ट करियर में 140 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 98 विकेट चटकाए थे।
मार्क वॉ
स्टीव वॉ के भाई मार्क वॉ भी पार्ट टाइम गेंदबाजी किया करते थे। मार्क ने टेस्ट क्रिकेट में 117 मैचों की गेंदबाजी की, जिसमें उन्हें पहली 86 पारियों में गेंदबाजी के दौरान एक भी विकेट नहीं मिला था। हालांकि मार्क वॉ ने 128 टेस्ट मैचों की पारियों में कुल 59 विकेट चटकाए थे।
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