वनडे क्रिकेट यानी सफेद गेंद, दुधिया रोशनी और रंगीन जर्सी का खेल। जहां ताबड़तोड़ बल्लेबाजी और तूफानी गेंदबाजी के साथ दर्शकों का भरपूर मनोरंजन होता है। अब तक 4000 से भी ज्यादा वनडे मैच खेले जा चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वनडे क्रिकेट की शुरुआत कैसे, कब और क्यों हुई?
1963 में शुरू हो गया था वनडे का रोमांच
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत 1971 में ऑस्ट्रेलिया में हुई और उनके सामने टेस्ट के बाद एक बार फिर इंग्लैंड की टीम थी। हालांकि इस पहले मुकाबले से 8 साल पहले इंग्लैंड में छोटे फॉर्मेट की शुरुआत हो चुकी थी। जबकि ऑस्ट्रेलिया के अंदर 1969-70 में वनडे क्रिकेट खेला जाने लगा था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुकाबले को 5 जनवरी 1971 में खेला गया।
पहले वनडे की बजह बनी थी बारिश
इंग्लैंड की टीम एशेज खेलने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी जहां उन्हें टेस्ट सीरीज खेलना था। सात मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट के शुरू होने से पहले ही बारिश ने अपना खेल दिखा दिया। तीन दिन का खेल बारिश की वजह से धुल चुका था और तीसरे टेस्ट के भी ड्रॉ होने के आसार सामने थे। ऐसे में बोर्ड की चिन्ता बढ़ गई। ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने होने वाले घाटे को ध्यान में रखा और इंग्लैंड बोर्ड से सीरीज के अंत में एक और टेस्ट खेलने का प्रस्ताव रखा लेकिन इंग्लैड के खिलाड़ियों और मैनेजमेंट ने इस पर कड़ी आपत्ती जताई। अंत में दोनों बोर्ड 6 घंटे का एकदिनी मैच खेलने को तैयार हुए।
टेस्ट हुआ रद्द लेकिन वनडे की हुई शुरुआत
दोनों बोर्ड ने तय किया कि नियमानुसार टेस्ट मैच के आखिरी दिन यानी 5 जनवरी को वनडे मैच खेला जाएगा। मुकाबला मेलबर्न के मैदान पर था और इसकी सूचना जल्द से जल्द दर्शकों तक भी पहुंचा दिया गया। दोनों ही टीम के नाम उनके टेस्ट स्टेटस से अलग थे। इंग्लैंड इलेवन और ऑस्ट्रेलिया इलेवन की टीम बनी हालांकि महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमेन इस मुकाबले से बाहर थे। इसी मैच के साथ दोनों ही देश को वनडे स्टेटस भी मिल गया।
पहले वनडे मैच की खास बातें
इस मुकाबले को टेस्ट की जगह शुरू किया गया था इसलिए निर्धारित छह घंटे में 40-40 ओवर(8 बॉल का ओवर) की ही खेल संभव था। हालांकि यह मुकाबला 80 ओवर तक गया ही नहीं। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। मेहमान टीम 39.4 ओवर में 190 रनों पर ऑल ऑउट हो गई। इंग्लैंड के बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट ने पहली गेंद खेली तो वहीं जॉन एडरिच(82) के नाम पहला अर्द्धशतक दर्ज हुआ। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने इयान चैपल के बेहतरीन 60 रनों की बदौलत इस मुकाबले को पांच विकेट खोकर 42 गेंद पहले जीत लिया।
मुकाबले से पहले ब्रैडमेन ने खिलाड़ियों से काफी देर बात की थी जबकि मैच खत्म होने के बाद उन्होंने दर्शकों से कहा था कि वे ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हैं। एक साल से भी अधिक समय के बाद 1972 में इन्हीं दोनों टीम के बीच वनडे क्रिकेट की पहली सीरीज और इतिहास का दूसरा वनडे खेला गया था।
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