ICC मेन्स क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर क्रिकेट के खेल में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है. जबकि प्रत्येक प्रारूप के लिए एक अलग पुरस्कार दिया जाता है, आईसीसी मेन्स क्रिकेटर ऑफ द ईयर उस खिलाड़ी को दिया किया जाता है जिसने उस विशेष वर्ष में सभी फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है.
इस सम्मान को प्राप्त करने के लिए, एक क्रिकेटर को एक क्रिकेट सीजन में कंसिस्टेंट होना चाहिए. किसी भी खिलाड़ी के लिए ऐसा करना कठिन काम होता है और इसलिए इस ट्रॉफी को जीतने के लिए काफी दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है. इस लेख में, हम इस सम्मान के विजेताओं वाली एक इलेवन को देखते हैं.
ओपनर- सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़
सचिन तेंदुलकर यह पुरस्कार जीतने वाले एकमात्र नियमित सलामी बल्लेबाज हैं. ‘मास्टर ब्लास्टर’ ने इसे 2010 में जीता था जब वह विश्व कप से पहले शानदार फॉर्म में थे. सचिन के साथ राहुल द्रविड़ होंगे, जो इस पुरस्कार को वाले पहले खिलाड़ी थे. 2004 में ‘दीवार’ ने पुरस्कार जीता था. उस समय, सभी प्रारूपों में, दाएं हाथ का बल्लेबाज शानदार फॉर्म में था. विशेष रूप से टेस्ट में, राहुल ने अद्भुत खेल दिखाया था.
मध्यक्रम- रिकी पोंटिंग (कप्तान), कुमार संगाकारा (विकेटकीपर), विराट कोहली और माइकल क्लार्क
यह इस इलेवन के लिए एक ब्लॉकबस्टर बल्लेबाजी लाइन-अप होग. रिकी पोंटिंग अपने पसंदीदा नंबर 3 स्थान पर बल्लेबाजी करेंगे, उनके बाद कुमार संगकारा, विराट कोहली और माइकल क्लार्क होंगे, ये सभी अपने देश के लिए शानदार उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
रिकी पोंटिंग और विराट कोहली दोनों ने लगातार वर्षों में दो बार यह पुरस्कार जीता. रिकी ने इसे 2006 और 2007 में जीता था, विराट 2017 और 2018 में जीता था. सांगा ने 2012 में पुरस्कार जीता और एक साल बाद 2013 में इसे लेने की बारी क्लार्क की थी. संगकारा इस टीम में कीपिंग की जिम्मेदारी भी लेंगे.
ऑलराउंडर- जैक्स कैलिस, बेन स्टोक्स और एंड्रयू फ्लिंटॉफ
तीन ऑलराउंडर खिलाड़ियों ने ये अवार्ड जीता हैं. ये तीनों इस एकादश में शामिल होंगे. अगर यह इलेवन वास्तव में एक मैच खेलती है, तो इन तीनों को गेंदबाजी विभाग में भी बहुत योगदान देना होगा.
2005 में कैलिस और फ्लिंटॉफ ने संयुक्त रूप से ये अवार्ड जीता था जबकि बेन स्टोक्स ने 2019 में पुरस्कार जीता था. 2019 में, स्टोक्स ने इंग्लैंड को अपना पहला 50-ओवर का विश्व कप जीतने में मदद की और इसके बाद उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे इंग्लैंड को एक अप्रत्याशित जीत हासिल करने में मदद मिली.
गेंदबाज- रविचंद्रन अश्विन और मिचेल जॉनसन
बहुत कम गेंदबाजों ने यह सम्मान जीता है. खेल के इस विभाग के लिए फिटनेस को देखते हुए, पूरे साल एक जैसा फिट मुश्किल है. हालांकि, रविचंद्रन अश्विन और मिशेल जॉनसन को इस पुरस्कार को जीता हैं. अश्विन ने 2016 में इसे जीता था जबकि 2014 में ऑस्ट्रेलियाई विजेता था.
No comments:
Post a Comment