उत्तर प्रदेश की राजनीति से एक बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री रह चुके चौधरी किरणपाल सिंह (Chaudhary Kiranpal Singh) अब नहीं रहे। लम्बी बीमारी के कारण उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री किरणपाल सिंह का निधन हो गया है। वें मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले थे।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में की थी धमाकेदार एंट्री
उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं में गिने जाने वाले किरण पाल सिंह राजनीति में धमाकेदार एंट्री की थी। प्रसिद्ध किसान नेता चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Kiranpal Singh) की अगुवाई में उन्होंने छात्र राजनीति में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। छात्र नेता के रूप में किरण पाल सिंह पूरे उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध हो गए थे। उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले की अगौता विधानसभा सीट से वर्ष-1980 में वे पहले बार विधायक चुने गए थे।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के धमेड़ा किरत गांव के रहने वाले किरणपाल सिंह ने 74 वर्ष की उम्र में सोमवार को अंतिम सांस ली है। उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर की अगौता विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे किरणपाल सिंह जाट बिरादरी में काफी मजबूत पकड़ रखते थे। मुलायम सिंह यादव की 2003 से 2007 की प्रदेश सरकार में किरणपाल सिंह बेसिक शिक्षा मंत्री रहे थे। इस दौरान उनका पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी दबदबा था। 2011 में किरणपाल सिंह सपा से रालोद में शामिल हो गए थे।
हालांकि, वह 2016 में रालोद से वापस सपा में चले गए थे। सपा में चार साल रहने के बाद वह 2020 में भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा उनको रास नहीं आई और फिर 2021 में भाजपा छोडक़र किरणपाल सिंह फिर रालोद में शामिल हो गए थे। 2022 में शिकारपुर विधानसभा रालोद के टिकट पर लड़े थे, जिसमें भाजपा के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने उन्हें हरा दिया था। फिलहाल किरण पाल सिंह रालोद में राष्ट्रीय सचिव थे।
No comments:
Post a Comment