Neyyattinkara Komalam Death : साउथ इंटस्ट्री से एक दुखद समाचार सामने आया है। प्रसिद्ध अभिनेत्री नेय्याट्टिनकारा कोमलम, जिन्हें कोमला मेनन के नाम से भी जाना जाता है, ने 96 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। वह पिछले कुछ समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं। 15 अक्टूबर को उन्हें हृदय संबंधी बीमारियों के कारण केरल के परसाला स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने 17 अक्टूबर की रात को अपने जीवन की आखिरी सांस ली, जिससे साउथ फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।
करियर की शुरुआत और पहचान
नेय्याट्टिनकारा कोमलम (Neyyattinkara Komalam) का फिल्मी करियर 1951 में जी. विश्वनाथ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘वनमाला’ से शुरू हुआ। यह फिल्म मलयालम सिनेमा की पहली फॉरेस्ट बेस्ड फिल्म मानी जाती है। इस फिल्म में उनकी अदाकारी ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। हालांकि, उन्हें असली पहचान 1952 में प्रेम नजीर की पहली फिल्म ‘मरुमकल’ में लीड रोल निभाकर मिली। इस फिल्म में उनकी भूमिका ने उन्हें एक स्थापित अभिनेत्री बना दिया और उन्होंने मलयालम सिनेमा में एक अहम स्थान हासिल किया।
हिट फिल्मों की लिस्ट
नेय्याट्टिनकारा कोमलम ने अपने करियर में कई यादगार फिल्मों में काम किया। इनमें ‘आत्मसंथी’, ‘संध्या’, और ‘न्यूजपेपर बॉय’ शामिल हैं। उनके अभिनय का जादू दर्शकों पर हमेशा छाया रहा है। खासतौर पर, ‘आराधना’ फिल्म में 22 साल के अंतराल के बाद उनकी वापसी ने दर्शकों को एक बार फिर उनकी एक्टिंग का दीवाना बना दिया। इसके अलावा, उन्होंने 1994 में मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) की मानद सदस्यता से सम्मानित किया, जो उनके योगदान का प्रतीक है।
नेय्याट्टिनकारा कोमलम की स्वास्थ्य समस्याएं
एक्ट्रेस नेय्याट्टिनकारा कोमलम ने अपने जीवन में कई व्यक्तिगत संघर्षों का सामना किया। कुछ सालों पहले, उन्होंने अपने पति एम. चंद्रशेखर मेनन को खो दिया। जिसके बाद से वह अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ रह रही थीं। उम्र संबंधी बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
अभिनेत्री का अंतिम संस्कार
नेय्याट्टिनकारा कोमलम का अंतिम संस्कार 18 अक्टूबर को दोपहर करीब 12:30 बजे वजुथुर में हुआ। उनके निधन ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा शून्य उत्पन्न किया है। उनके प्रशंसक और सहयोगी उनके अद्वितीय योगदान को हमेशा याद करेंगे। उनकी फिल्में और अभिनय पीढ़ियों तक जीवित रहेगा, और वह सिनेमा के इतिहास में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में सदैव याद की जाएंगी।
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