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Saturday, October 12, 2024

दिलीप कुमार की फिल्म की दीवानगी में अनुपम खेर ने तुड़वाई नाक

 


Anupam kher: बॉलीवुड के महानायक दिलीप कुमार ना जाने कितने ही एक्टर्स के लिए इंस्पिरेशन रहे हैं। सुपरस्टार शाहरुख खान, महानायक अमिताभ बच्चन और कई बड़े-बड़े कलाकार दिलीप साहब से इंस्पायर होकर एक्टिंग में उतरे। अनुपम खेर भी उन्हीं में से एक हैं, जो उन खुशनसीब अभिनेताओं में शामिल हैं जिन्हें दिलीप कुमार के साथ काम करने का अनमोल अनुभव मिला। अनुपम खेर ने एक दिलचस्प घटना बताई। जब दिलीप कुमार की फिल्म देखने के दौरान उन्हें चोट लग गई थी। इसके बाद जब अनुपम खेर को दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौका भी मिला, तो उन्होंने उस अनुभव के बारे में भी बताया। अनुपम खेर ने एक मजेदार किस्सा सुनाया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उनके दिलीप कुमार के प्रति प्यार ने ‘कर्मा’ फिल्म के निर्देशक सुभाष घई को चिंता में डाल दिया।

दिलीप कुमार की फिल्म के लिए तुड़वाई नाक

रेडियो नशा पर बातचीत करते हुए अनुपम खेर ने अपने जवानी के दिनों का एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि वह दिलीप कुमार के बड़े फैन थे और एक बार ‘गोपी’ फिल्म देखने थिएटर गए थे, जहां उनकी नाक टूट गई थी। अनुपम ने कहा, “जब टिकट खिड़की खुलती थी, तो लोग अंदर जाने के लिए बेताब हो जाते थे। ‘गोपी’ का एक टिकट लेने के चक्कर में किसी ने मुझे धक्का दिया और किसी का पैर मेरे चेहरे पर लग गया। इस तरह मैं टूटी नाक के साथ फिल्म देख रहा था, लेकिन बड़े पर्दे पर वह फिल्म देखने का हर लम्हा मेरे लिए खास था।”

दिलीप के साथ काम करने का मौका मिला

कई सालों बाद जब अनुपम खेर को ‘कर्मा’ में दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौका मिला, तो वह बस सुपरस्टार को देखते रह गए। अनुपम ने बताया, “मैं ‘अर्जुन’ की शूटिंग सुबह 5 बजे खत्म कर सीधे 7 बजे ‘कर्मा’ के सेट पर पहुंचा। मैंने मेकअप किया और नकली दाढ़ी के साथ तैयार हो गया। दिलीप साहब 11 बजे आए, वे एक किंग की तरह थे और अपने तरीके से काम करते थे।” अनुपम ने कहा कि उस सीन में उन्हें दिलीप कुमार के सामने दो पेज के डायलॉग बोलने थे, जबकि दिलीप साहब को केवल सुनना था। अनुपम काफी नर्वस थे और बार-बार रिहर्सल कर रहे थे, जबकि दिलीप साहब लगातार सीन को टाल रहे थे।

सेट पर मिली वॉर्निंग

अनुपम खेर ने याद करते हुए बताया कि जब दिलीप कुमार सेट पर आए, तो उन्होंने नाश्ता किया और उन्हें सिल्वरवेयर में चाय दी गई। इसके बाद दिलीप साहब ने कहा, “चलो, लंच के बाद काम करते हैं।” वे आखिरकार 3 या 4 बजे आए और फिर अगले दिन तक की शूटिंग टाल दी। इस दौरान अनुपम पूरी तरह से उनके जादू में खोए रहे। अनुपम ने बताया कि सुभाष घई, जो ‘कर्मा’ के डायरेक्टर थे, उन्हें साइड में ले गए और कहा, “तुम मुझे पंगे में डाल रहे हो। जिस तरह से तुम उन्हें देख रहे हो, ऐसा लग रहा है जैसे तुम उनसे प्यार कर रहे हो। याद रखो, तुम विलेन हो!” अनुपम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि शूटिंग के समय ऐसा कुछ नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने दिलीप कुमार से सीन में जोर से खुद को थप्पड़ मारने के लिए कहा, लेकिन दिलीप साहब ने उन्हें चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “ये पठान का हाथ है, मुंह टेढ़ा हो जाएगा।”  लास्ट में, अनुपम ने कहा कि दिलीप कुमार हमेशा सभी का हौसला बढ़ाते थे और उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि अनुपम का करियर बहुत लंबा चलेगा।

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