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Friday, October 18, 2024

Jharkhand Election 2024: उमाकांत रजक के इस्तीफे के बाद भाजपा के लिए कितनी सेफ रहेगी चंदनकियारी सीट !

 


धनबाद(DHANBAD) : झारखंड  में आज एनडीए में सीट शेयरिंग की घोषणा हुई और पाला बदलने का खेल शुरू हो गया. 68 पर भाजपा लड़ेगी, 10 पर आजसू किस्मत आजमाएगी, दो पर जदयू और एक पर लोजपा (रामविलास) चुनाव लड़ेगी. अभी यह घोषणा रांची में हो ही रही थी कि चंदनकियारी के आजसू  नेता उमाकांत रजक के इस्तीफा देने की चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. उमाकांत रजक अब झामुमो में जा सकते हैं और झामुमो से वह चंदनकियारी से प्रत्याशी भी हो सकते है. कुल मिलाकर कहा जाए तो चंदनकियारी सीट पर प्रतिपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी को घेरने की तैयारी की जा रही है. जानकारी के अनुसार आजसू सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, ईचागढ़, मांडू, जुगसलाई, डुमरी, पाकुड़, लोहरदगा, मनोहरपुर सीटों से चुनाव लड़ेगी. जदयू, पश्चिमी सिंहभूम और तमाड़ से लड़ेगी, और लोजपा चतरा से चुनाव लड़ेगी. बाकी सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार होंगे. झारखंड के विधानसभा चुनाव में भाजपा या कहें एनडीए के लिए एक-एक सीट महत्वपूर्ण है. गठबंधन में चंदनकियारी सीट भाजपा के खाते में चली गई है. उमाकांत रजक ने दो टूक कह दिया था कि चंदनकियारी से वह चुनाव लड़ेंगे. परिस्थितियों चाहे जो भी हो.अब वह पार्टी बदल कर चुनाव लड़ेंगे. चंदनकियारी सीट सुरक्षित सीट है. 

2014 में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर विधायक बने थे बाउरी 

2014 में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर अमर कुमार बाउरी चुनाव जीते थे, लेकिन उसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए. बाबूलाल मरांडी कुछ नहीं कर पाए. उस समय बाबूलाल मरांडी झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो थे. चुनाव के परिणाम पर नजर दौड़ाया जाए तो 2009 में उमाकांत रजक चंदनकियारी से विधायक बने थे. उन्हें 36,620 वोट मिले थे. जबकि अमर कुमार बाउरी को 33,103 वोट प्राप्त हुए थे. 2014 में अमर कुमार बाउरी ने 81,925 वोट लाकर विधायक बने तो उमाकांत रजक को 47,761 वोट प्राप्त हुए थे. 2019 में भाजपा और आजसू  का गठबंधन नहीं था. अमर कुमार बाउरी को 67,739 वोट प्राप्त हुए थे,जबकि उमाकांत रजक  58,528 वोट लाकर दूसरे नंबर पर थे. 2024 के लोकसभा चुनाव में जिन विधानसभा सीटों पर एनडीए को बढ़त मिली है, उनमें नाला, दुमका, जामा, सार , जरमुंडी, देवघर, पोडैया हाट, गोड्डा, कोडरमा, बरकट्ठा, धनवार, बगोदर ,जमुआ , गांडेय , बरही , बड़कागांव, रामगढ़, मांडू, हजारीबाग, सिमरिया, चतरा, लातेहार, गिरिडीह, गोमिया, बेरमो, बाघमारा, बोकारो, चंदन कियारी  , सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, बहरागोड़ा, पोटका , जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, इचागढ़, सिल्ली, रांची, हटिया, कांके, सरायकेला, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, भवनाथपुर, गढ़वा शामिल है.  

लोकसभा चुनाव में 26 सीटों पर बढ़त मिली थी इंडिया ब्लॉक को 

जबकि इंडिया ब्लॉक को जिन 26 सीटों पर बढ़त मिली है, उनमें राजमहल,बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, जामताड़ा, मधुपुर, खिजरी , चाईबासा, मझगांव, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, खरसावां, तमाड़, तोरपा, खूंटी, सिमडेगा, कोलेबिरा,  मांडर, सिसई, गुमला, बिशनपुर और लोहरदगा शामिल है. जिन पांच विधानसभा सीटों में मुकाबला बराबरी  का रहा, उनमें महागामा, मनिका, डुमरी, टुंडी और घाटशिला शामिल है. 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू का गठबंधन नहीं था.  भाजपा को केवल 25 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. कांग्रेस के 16 विधायक चुनाव जीतकर आए तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के 30 विधायक चुनाव जीते. एक सीट राजद  के खाते में गई. उसके बाद गठबंधन ने हेमंत सोरेन की अगुवाई में झारखंड में सरकार बनाई. इस बार  एनडीए और इंडिया ब्लॉक में लड़ाई कांटे की होगी. जो भी सिकंदर होगा, वह 5 साल तक झारखंड पर राज करेगा.

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