Pakistan Ka Dolly Chayiwala: पाकिस्तान के अरशद खान और भारत के डॉली चायवाला की अक्सर तुलना होती रहती है। सोशल मीडिया पर उनके चाहने वालों की लंबी फहरिस्त है। ‘चायवाला’ के नाम से मशहूर अरशद पाकिस्तानी बिजनेसमैन हैं। अब वह अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए एकदम से रेडी हैं।
इंडिया की तरह ‘शार्क टैंक पाकिस्तान’ के एपिसोड में अपने कैफे ब्रांड ‘कैफे चायवाला’ (Pakistan Ka Dolly Chaiwala) के लिए वह 1 करोड़ पाकिस्तानी रुपए (करीब 30 लाख रुपये) की डील हासिल करने में कामयाब रहे हैं। अरशद ने अपने बिजनेस पार्टनर काजिम हसन के साथ मिलकर कैफे ब्रांड में 5% इक्विटी के बदले लगभग 30 लाख भारतीय रुपए की फंडिंग की मांग की थी।
अरशद खान का बिजनेस बना लोगों के लिए ‘इंस्परेशन’
शार्क टैंक पाकिस्तान में रखा अपना आइडिया
अरशद खान ने पाकिस्तानी चाय (Pakistan Ka Dolly Chaiwala) को दुनियाभर में पहचान दिलाने के लिए ‘शार्क टैंक पाकिस्तान’ में अपने ब्रांड ‘चायवाला एंड कंपनी’ को पेश किया। अरशद ने अपने चाय ब्रांड के बारे में जानकारी दी और इसे ग्लोबल ब्रांड बनाने के अपने बड़े सपने को भी सबके साथ शेयर किया।
दो ने माना किया, वाराइच ने निवेश की पेशकश की
शार्क टैंक पाकिस्तान के जज जुनैद इकबाल ब्रांड की पहुंच से प्रभावित हुए। लेकिन, उन्होंने होटल बिजनेस में कम अनुभव का हवाला देते हुए फंडिंग देने से मना कर दिया। एक और जज फैसल आफताब ने भी फंडिंग देने से इनकार कर दिया। हालांकि, रबील वाराइच ने 1 करोड़ के निवेश की पेशकश की। लेकिन, ब्रांड की कम कमाई और संचालन सहायता के कारण 24 प्रतिशत इक्विटी मांगी।
साल 2016 में सुर्खियों में आए थे अरशद खान
साल 2016 में अरशद खान (Pakistan Ka Dolly Chaiwala) की चाय टपरी की फोटो वायरल हो गई थी। कुछ महीनों तक उन्हें समझ नहीं आया कि उनके साथ क्या हो रहा है। हालांकि ऑफर के बाद उन्होंने मॉडलिंग और एक्टिंग शुरू कर दी। वह उससे पहले कभी इस्लामाबाद से बाहर नहीं निकले थे। लोगों के कहने पर उन्होंने अपना कैफे खोलने का फैसला किया। अपनी प्रसिद्धि को उन्होंने बिजनेस में बदल दिया। वह अपनी नीली आंखों के लिए फेमस हैं।
अरशद का पहला कैफे 2020 में इस्लामाबाद में शुरू हुआ
अरशद (Pakistan Ka Dolly Chaiwala) के पार्टनर काजिम ने बताया कि ‘कैफे चायवाला’ का पहला रूफटॉप कैफे 2020 में इस्लामाबाद में शुरू हुआ था। ठीक महामारी के दौरान। शुरुआती मुश्किलों के बावजूद कैफे जल्दी ही सफल हो गया। अब पाकिस्तान में उनके दो और इंग्लैंड में तीन कैफे हैं। वो फ्रैंचाइजी मॉडल पर काम करते हैं। पाकिस्तान में फ्रैंचाइजी फीस सिर्फ 35,000 रुपए (लगभग 10,600 भारतीय रुपए) है और रेवेन्यू पर 5% रॉयल्टी ली जाती है। ब्रिटेन जैसे देशों में फ्रैंचाइजी फीस 1,50,000 से 200,000 पाउंड तक है और हर कैफे से अरशद की कंपनी को लगभग 1,000 पाउंड (लगभग 1 लाख रुपए) का मासिक मुनाफा होता है।
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