तब डोनाल्ड ट्रंप बनाम जो बाइडन (2016) में चुनाव था। राहुल गांधी और कई कांग्रेसियों का आरोप था कि ह्यूस्टन में (23 सितंबर 2019) हाउडी मोदी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हजारों अप्रवासी भारतीयों के साथ नारा लगाया था : "अबकी बार ट्रंप सरकार।" विपक्षी दलों का आरोप था कि किसी भी राष्ट्र के अंदरुनी विषयों में हस्तक्षेप करना वर्जित है, गलत है। हालांकि विदेश मंत्री जयशंकर ने इसे झूठ बताया था।
फिलहाल मोदी को तब शायद इलहाम हो गया था कि ट्रंप चार साल बाद फिर राष्ट्रपति चुने जाएंगे। सादृश्य यह है कि दोनों बार महिला प्रतिस्पर्धी को ही ट्रंप ने हराया।
तब (2016 में) राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हिलेरी क्लिंटन को ट्रंप ने पराजित किया था। इस बार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराया। भले ही 2020 में जो बाइडेन से वे शिकस्त खा गए थे।
कांग्रेसियों के आरोपों का तब खंडन करते मोदी ने सफाई दी थी कि : "हमारा देश कभी किसी देश के घरेलू चुनाव और राजनीति में शामिल नहीं हुआ।" हालांकि टीवी रपट में था कि नरेंद्र मोदी ने ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप को 2020 में पुन: निर्वाचित करने के लिए लोगों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा ‘अबकी बार, ट्रंप सरकार’। स्वयं मैंने सुना था टीवी पर तब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप भी 50,000 भारतीय-अमेरिकियों के जनसमूह वाले इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। कार्यक्रम में मोदी और ट्रंप मजबूती से एक-दूसरे का हाथ पकड़े हुए ढोल-नगाड़ों की आवाज और दर्शकों के जोश के बीच मंच पर पहुंचे। कई दर्शकों ने ‘‘हाउडी, मोदी’’ लिखी टी-शर्ट पहन रखी थी।
ट्रंप का स्वागत करते हुए मोदी ने कहा कि "पहले भी हमारे बीच कुछ मुलाकातें हुई हैं। हर बार वे गर्मजोशी, मित्रतापूर्वक, ऊर्जावान तरीके से मिलते हैं। उन तक आसानी से पहुंच रहती है। मैं नेतृत्व और अमेरिका के लिए उनकी चाहत की भी प्रशंसा करता हूं।" मोदी ने अपने सफल चुनावी नारे ‘अबकी बार, मोदी सरकार’ को नया रूप देते हुए कहा था कि "अबकी बार, ट्रंप सरकार।" इस पर ट्रंप मुस्कुराये थे।
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