Budh Vakri Nov 2024 Virshchik: ज्योतिष में ग्रहों की चाल सीधे तौर पर लोगों के जीवन पर असर डालती है। ग्रहों के राजकुमार बुध देव चार दिन बाद फिरकी मारकर उल्टी चाल |(Budh ki Ulti Chal) चलने वाले हैं।
ज्योतिषाचार्य की मानें तो अभी वृश्चिक राशि में बने बुधादित्य योग (Budhaditya Yog in Vrishchik) में ही बुध उल्टी चाल चलने वाले हैं। ऐसे में बुध की चाल कई जातकों के लिए टेंशन बढ़ा सकती है। साथ ही इससे मौसम (Budh Gochar Effect on Weather) में भी एक बार फिर बदलाव देखने को मिलेगा।
बुध की उल्टी चाल से किसे होगा फायदा
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध (Budh Vakri Effect ) उसकी स्वराशि में बैठा है, उन्हें बुध का गोचर बेहद खास रहने वाला है। आपको बता दें ज्योतिष के अनुसार मिथुन और कन्या बुध की स्वराशि होती हैं। तो वहीं कन्या बुध की उच्च राशि है यानी बुध के गोचर (Budh ki Ulti Chal) से कन्या, मिथुन राशि के जातकों के लिए 20 दिन का समय बेहद खास रहने वाला है।
वक्री बुध से इनकी खुलेगी किस्मत
हिन्दू पंचांग के अनुसार जब भी कोई ग्रह वक्री होता है तो उसकी चाल उल्टी हो जाती है। यानी वह अपनी जगह पर रहकर उल्टी चाल शुरू कर देता है। वर्तमान में बुध वृश्चिक राशि में हैं। वक्री चाल से जिन जातकों को अभी तक बुध अशुभ फल दे रहे थे उन्हें अब वे शुभ फल देने लगेंगे।
वृश्चिक में बुध कब तक वक्री रहेंगे
ज्योतिषाचार्य के अनुसार बुध वृश्चिक राशि में 24 नवंबर से वक्री हो रहे हैं। जो करीब 20 दिन तक इसी राशि में उल्टी चाल चलेंगे। इसके बाद 14 दिसंबर को इसी राशि में वक्री एक बार फिर मार्गी होकर सीधी चाल चलने लगेंगे।
वक्री बुध किसके लिए अशुभ
ज्योतिषीय गणना के अनुसार 24 नवंबर को बुध की वक्री चाल से मीन राशि वालों को सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। वो इसलिए क्योंकि मीन बुध की नीच की राशि है। इसलिए 20 दिन तक ये सावधान रहें।
बुध की उच्च, स्व और नीच राशि कौन सी है
ज्योतिष के अनुसार मिथुन और कन्या बुध की स्व राशि होती है। तो वहीं मीन इसकी नीच राशि है।
दिसंबर में बुध इस दिन बदलेंगे राशि
हिन्दू पंचांग के अनुसार बुधवार 14 दिसंबर को वृश्चिक राशि में ही मार्गी हो जाएंगे। इसके बाद जनवरी में धनु राशि में पहुंचेगें।
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