Gemology: रत्न शास्त्र में 9 तरीकों के रत्न के बारे में सबकुछ डिटेल में बताया गया है। दरअसल, प्रत्येक रत्न का सम्बन्ध किसी न किसी ग्रह से अवश्य होता ही है। ऐसे में अगर आप इन रत्न को धारण करते हैँ तो कुंडली में उपस्थित ग्रहों कि स्थति दिन प्रतिदिन मजबूत होती जाती है। ऐसे में आज हम आपको सबसे ज्यादा अहम माने जाने वाले खास रत्न के बारे में बतायेंगे, जो कि है हीरा ( Diamond)।
हीरे कि ख़ूबसूरती के सभी दीवाने हैँ। लेकिन क्या आपको पता है हीरे को धारण प्रत्येक जातकों को शुभ परिणाम नहीं देता है। हीरे को धारण करने से पहले कुछ अहम नियमों और विधि के बारे में जानने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है। वरना इसके कुछ अशुभ परिणाम भी देखने को मिल सकते हैँ।
सबसे पहले तो जान लें कि किसके लिए अत्यधिक शुभ होता है हीरा!
वैसे तो आमतौर पर किसी भी रत्न को यूँही धारण नहीं कर लेना चाहिए। सबसे पहले स्पेशलिस्ट यानि कि ज्योतिष से सलाह जरूर लेनी चाहिए। यदि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मानें तो हीरा शुक्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में तुला, कन्या, मिथुन, वृष और कुम्भ राशि के जातकों को हीरे को जरूर धारण करना चाहिए। इसके अलावा यदि आपके कुंडली में शुक्र योग कारक है तो हीरा पहनना बहुत ही ज्यादा शुभ और अच्छा होता है।
जानिए कि वो कौन से जातक है जिन्हें हीरा धारण नहीं करना चाहिए:
आमतौर में ज़ब भी किसी भी रत्न को धारण करें तो उससे पहले एक बार ज्योतिष को अपनी कुंडली जरूर दिखा दें। वरना कई सारे नेगेटिव इम्पैक्ट हो सकते हैँ। ये बात तो हम आपको पहले भी बता ही चुके हैँ। वहीं, कर्क, वृश्चिक, मीन, मकर राशि जातकों के लिए हीरे को धारण करना बिलकुल भी शुभ नहीं माना जाता है।
हीरा जहाँ शुभ परिणाम देता है। इसको धारण करने से जीवन प्रकाश सा चमक जाता है तो ऐसे में ये रत्न कई जातकों के लिए समस्या कि एक बड़ी वजह बन सकता है। इसलिए हीरे को धारण हमेशा सोंच समझ के और कुंडली को दिखा के ही करना चाहिए। हीरे ले अलावा भी किसी भी रत्न को स्वयं के मन से न पहनें।
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