भारत सरकार की बड़ी चेतावनी: AI Apps का इस्तेमाल करना पड़ सकता है भारी - Newztezz

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Wednesday, February 5, 2025

भारत सरकार की बड़ी चेतावनी: AI Apps का इस्तेमाल करना पड़ सकता है भारी

 


AI Apps : जब से AI ने दुनिया में दस्तक दी है तब से कई लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। AI ने घंटों का काम आसान तो कर दिया है लेकिन साथ ही कई लोगों की नौकरी पर भी AI का काफी नकारात्मक असर पड़ा है। आजकल करोड़ों की संख्या में लोग AI का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में AI का इस्तेमाल करने वालों के लिए भारत सरकार ने एक चेतावनी जारी की है। भारत सरकार की चेतावनी के मुताबिक, जो लोग ऑफिस के कंप्यूटर-लैपटॉप में AI Apps का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें आने वाले समय में बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता है।

AI Apps का इस्तेमाल करने वालों के लिए कड़ी चेतावनी

हाल ही में भारत सरकार की ओर से AI का इस्तेमाल करने वाले कर्मचारियों के लिए एक आदेश जारी किया गया है। भारत सरकार के आदेश के मुताबिक,  कुछ स्टाफ ऑफिस के कंप्यूटर और लैपटॉप में AI Apps जैसे- ChatGPT, DeepSeek आदि का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं जो भारत सरकार के कॉन्फिडेंशियल डॉक्यूमेंट और डेटा के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। केंद्र सरकार के सर्कुलर में कहा कि, AI Apps और Tools को सरकारी कंप्यूटर, लैपटॉप और डिवाइस में इस्तेमाल नहीं बेहद खतरनाक साबित हो सकता है इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए। बताया जा रहा है कि, भारत सरकार ने यह फैसला डेटा और प्राइवेसी को प्राथमिकता देते हुए लिया है।

क्यों किया जाता है AI Apps इस्तेमाल?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, भारत में ढेरों विदेशी AI Apps मौजूद हैं। जिनमें ChatGPT, DeepSeek और Google Gemini जैसे बड़े नाम शामिल हैं। देश के कई लोग AI Tools का इस्तेमाल काम को आसान बनाने के लिए करते हैं। यह बात हर कोई जानता है कि डिवाइस में AI Apps या टूल्स इंस्टॉल करने के बाद वह जरूरी परमिशन का एक्सेस मांगते हैं। ऐसे में सरकारी फाइलों का डेटा लीक होने का खतरा बना रहता है। AI Apps और AI ChatBOT की मदद से कई लोग प्रोम्प्ट देकर लेटर, आर्टिकल या फिर ट्रांसलेशन आदि का काम कर सकते हैं। कई लोग तो इसका इस्तेमाल प्रजेंटेशन आदि बनाने के लिए भी करते हैं।

चीन का DeepSeek सबसे पॉपुलर

हाल ही में चीनी स्मार्टअप DeepSeek ने पॉपुलैरिटी हासिल की है। चीन के इस स्टार्टअप ने किफायती कीमतों की वजह से पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है। चीन का यह स्टार्टअप करीब 20 महीने पहले शुरु हुआ। 20 जनवरी 2025 को DeepSeek R1 ChatBot अचानक तेजी से पॉपुलर हुआ और उसने पुरानी AI कंपनियों कई रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया।

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