Namo Bharat Train : दिल्ली में भाजपा सरकार के गठन से नमो भारत ट्रेन और कॉरिडोर परियोजना को तेजी मिलेगी। आप सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी और बजट जारी करने में देरी की थी, लेकिन अब दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में भाजपा की सरकार होने से अब कोई रुकावट नहीं होगी। दिल्ली-पानीपत-करनाल और दिल्ली-अलवर रूट पर कार्य तेज़ी से बढ़ेगा। केंद्र सरकार ने एनसीआरटीसी के लिए 2918 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
दिल्ली-अलवर रूट पर काम में तेजी से आ सकती है काम
भाजपा सरकार के दिल्ली में आने से नमो भारत ट्रेन और कॉरिडोर परियोजना को गति मिलनी तय है। आप सरकार ने जहां नमो भारत परियोजनाओं के लिए सैद्धांतिक मंजूरी देने में विलंब किया था, वहीं बजट भी देने में संकोच किया था। लेकिन अब दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में भाजपा सरकार बनने से इस परियोजना को कोई अड़चन नहीं होगी। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के सूत्रों के अनुसार, दिल्ली-पानीपत-करनाल और दिल्ली-अलवर रूट पर काम में तेजी आ सकती है।
नमो भारत को मिल सकती है गति
पिछली आप सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सहमति जताई थी, लेकिन लिखित में सैद्धांतिक मंजूरी अब तक नहीं दी थी, जिस कारण यह दोनों कॉरिडोर अपनी गति से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। 82.5 किलोमीटर लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर भी सुप्रीम कोर्ट की अनुमति से अंतिम चरण में है। अब दिल्ली-अलवर और दिल्ली-करनाल रूट पर नमो भारत को गति मिल सकती है। केंद्र सरकार ने हाल ही में एनसीआरटीसी के लिए बजट में 2918 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर नमो भारत का कार्य अंतिम चरण में है।
केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार
दिल्ली-अलवर रूट पर दिल्ली-गुरुग्राम होते हुए शाहजहांपुर, नीमराणा, बहरोड़ (एसएनबी) तक नमो भारत ट्रेन चलाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल नमो भारत का पहला कॉरिडोर पूरा होने के बाद दूसरे कॉरिडोर का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा, तीसरे रूट दिल्ली-करनाल पर भी काम होना है। इसकी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा चुकी है। भविष्य में इस रूट पर भी एनसीआरटीसी काम शुरू कर सकता है। सभी रूट सराय काले खां पर आपस में जुड़ेगे।
बैठक में किया गया था विचार
पीएम गति शक्ति मिशन के तहत नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप के मंत्रियों की पिछले सप्ताह हुई बैठक में भी इस पर विचार किया गया था। इस बैठक में दिल्ली-करनाल नमो भारत प्रोजेक्ट (आरआरटीएस कॉरिडोर) की प्रगति पर चर्चा की गई। इसके परिणामस्वरूप, दिल्ली से करनाल के बीच की यात्रा का समय 3.5 से 4 घंटे से घटकर 90 मिनट हो सकता है। यह कॉरिडोर दिल्ली को उत्तरी एनसीआर और हरियाणा के प्रमुख शहरी केंद्रों से जोड़ने में मदद करेगा।
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