Mhakumbha 2025 : उत्तर प्रदेश के संगम नगरी प्रयागराज में आखिर भगदड़ कैसे और क्यों हुई इसबात की चर्चा हर कोई कर रहा है, इसीलिए इसकी जांच भी जारी है। इस भगदड़ को लेकर इस बीच अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी का ने एक बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कच्छा बनियान गैंग औरयूट्यूबर्स पर भगदड़ की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह भगदड़ कोई साधारण बात नहीं है, इसकी विधिवत जांच होनी चाहिए। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस भगदड़ के पीछे कच्छा बनियान गैंग और यट्यूबर्स का हाथ है, इन दोनों का ही इस मामले में क्या रोल है इसकी विधिवत जांच होनी ही चाहिए।
साजिश की जांच करवाने की मांग
संगम नगरी प्रयागराज में 28 जनवरी को मौनी अमावस्या की रात डेढ़ बजे संगम नोज पर एकाएक भगदड़ होने और उसमें कई लोगों की जान चले जाने का मामला इतना सीधा सा नहीं है, जरूर ही इसके पीछे किसी ना किसी की साजिश रही है। इस बीच भगदड़ को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो भी सामने आने लगे हैं। ऐसे ही एक वीडियो में कच्छा बनियान वाले हुडदंगियों के शामिल होने की भी चर्चा होनी शुरू हुई। इसके बाद अब अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इसमें साजिश की आशंका जाहिर करते हुए इन कच्छा बनियान गैंग और यूट्यूबर्स की जांच की मांग की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने इन दोनों के ही इस भगदड़ की साजिश में शामिल होने की आशंका जताते हुए इसकी जांच करवाने की मांग की है।
भगदड़ की त्रिस्तरीय जांच चल रही
प्रयागराज के महाकुंभ में भगदड़ की सच्चाई का पता लगाने के लिए न्यायिक आयोग, पुलिस और एसटीएफ की टीम जांच कर रही है। यानी भगदड़ की त्रिस्तरीय जांच चल रही है। एक तरफ तीन सदस्यीय न्यायिक समिति इसकी जांच कर रही है तो वहीं, दूसरी तरफ पुलिस और एसटीएफ भी इसकी सच्चाई पता करने में लगी है। जल्दी ही ये जांच कमेटियां किसी सच्चाई का पता लगाने में कामयाब हो जाएंगी। तब अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने जिस वीडियो के आधार पर आशंका जताई है कि कच्छा बनियान वाले हुडदंगियों की इस हादसे में कोई भूमिका तो नहीं है, उसका सच भी सामने आ जाएगा। घटना के बाद रविंद्र पुरी ने इस मामले को उठाते हुए मांग की है कि वीडियो में दिख रहे हुडदंगियों की सघन जांच की जानी चाहिए, जिससे कि महाकुंभ को बदनाम करने वालों की पहचान हो सके।
महाकुंभ से पहले ही सनातन को बदनाम करने की कोशिश थी जारी
इस संंबंध में यूट्यूबर्स को भी दोषी मानते हुए भगदड़ में इनका रोल भी जांच का विषय होना चाहिए, रविंद्र पुरी का कहना है कि महाकुंभ से पहले ही सनातन को बदनाम करने की कोशिश शुरू हो गई थी। जैसे ही महाकुंभ बसना शुरू हुआ, सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए सनातन विरोधी और वामपंथियों ने कई यूट्यूबर को इस काम में लगा दिया था। सनातन की शक्ति के प्रतीक इस कुंभ मेले को नाटक नौटंकी की तरह पेश करने की शुरुआत हो गई। महाकुंभ में ऐसे रील बनाने वालों ने आत्मा पर चोट करना शुरू कर दिया था, ऐसे लोगों पर भी जांच के बाद कार्रवाई होनी चाहिए। यह आशंका कदाचित सच भी हो सकती है कि भगदड़ में भी इनका हाथ हो, इसलिए इसकी जांच जरूरी है।
भगदड़ से कोई रुकावट नहीं, पीएम मोदी ने भी किया संगम स्नान
देखा जाय तो किसी भी मेले या स्थान पर भगदड़ के बाद काफी दिनों तक स्थितियां सामान्य नहीं होती हैं और लोग वहां जाने से बचते हैं। लेकिन प्रयागराज में भगदड़ और उसमें लोगों के मरने के बावजूद लोगों का रुझान कम नहीं हो रहा है। देश विदेश के सामान्य श्रद्धालुओं के साथ ही देश विदेश के अति वीआपी लोग भी पहुंच कर संगम स्रान का आनंद ले रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज 5 फरवरी को प्रयागराज पहुंचे। पीएम मोदी ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया। वह नाव में सवार होकर अरैल घाट से गंगा स्नान के लिए पहुंचे। पीएम मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। राज्य के दोनों डिप्टी सीएम भी पीएम मोदी के साथ थे। पीएम के इस कार्यक्रम को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं। इससे पहले देश के उप राष्टÑपति और भूटान नरेश भी संगम स्रान करके जा चुके हैं।
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