ऐसा कहा जाता है कि प्यार की कोई भाषा नहीं होती है, ये तो एक खूबसूरत एहसास होता है, जो किसी बंधन, जात-पात, मुल्क या मजहब को नहीं मानता है, और सारी बंदिशों को तोड़ देता है.जब दो लोग प्यार में पड़ जाते है, तो एक दुसरे को पाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते है.एक ऐसा ही मामला बिहार के मोतीहारी जिला से सामने आया है.जहां एक अनोखी शादी चर्चा का बिषय बन चुकी है.जहां दुल्हा देसी तो दुल्हन विदेशी है.मोतीहारी के अमृत श्रीवास्तव से शादी करने के लिए सात समुंदर पार यानि फिलीपींस से चार्लीन बिहार पूरे परिवार के साथ पहुंची.
तीन साल लिव इन में रहने के बाद की शादी
दरअसल मोतिहारी निवासी अमृत श्रीवास्तव दुबई में एमबीए की पढ़ाई के बाद एक होटल में फिलीपींस की लड़की चार्लीन को देखते ही प्यार हो गया था, वहीं दोनों अलग-अलग कंपनी में दुबई में ही नौकरी करते थे.फिर दोनों एक साथ जीने मरने की फैसला किया और दोनो 3 साल तक दुबई में ही लिव इन में रहे.दूल्हा-दुल्हन के परिजनों के सहमति के बाद दोनों की शादी का भव्य शादी समारोह का आयोजन किया गया.जहां हिन्दू रीति रिवाज से दोनों ने शादी रचाई और सात फेरा लेकर सात जन्मों के रिश्ते में बंध गये.
लड़की के घरवाले भी दिखे खुश
जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिले के चकिया प्रखंड अंतर्गत चिंतामणपुर गांव के उमेश श्रीवास्तव के 33 साल के पुत्र अमृत श्रीवास्तव पिछले 5 साल से दुबई में रह रहे थे, जहां पढ़ाई के बाद नौकरी करने लगे थे.शादी समारोह के दौरान अमृत श्रीवास्तव ने बताया कि एक होटल में पहली नजर में ही उन्हें चार्लीन से प्यार हो गया था लेकिन अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में काफी समय लगा. 1 साल में अपनी भावनाओं को अपने प्रेमिका से व्यक्त किया.जिसके बाद प्रेमिका ने हामी भर दी.इसके बाद दोनों अपने परिवार से सहमति लेने में जुटे कुछ समय बीतने के बाद शादी समारोह 2024 में दोनों परिजनों की सहमति के बाद बनी थी .हालांकि प्रेमी अमृत श्रीवास्तव के पिता उमेश श्रीवास्तव का निधन हो जाने के कारण 2024 में शादी समारोह होने वाला था जो टल गया.विवाह समारोह में सभी तैयारियां दुल्हन चार्लीन के पसंद के अनुसार किया गया दोनों परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने मौके पर अंतरराष्ट्रीय विवाह के रूप में उत्साह मनाया. चार्लीन के पिता मैगनोलिया भी शादी समारोह से खुश दिखे.
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