IAS Niaz Khan On Islam: मध्यप्रदेश के IAS नियाज खान इस्लाम धर्म पर बयान देकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। IAS नियाज खान ने X पर ट्वीट करके कहा कि इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे।
‘सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने’
IAS नियाज खान ने ट्वीट में आगे कहा कि इसलिए भले ही धर्म अलग-अलग हों, लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।
नियाज खान ने लिखी है ब्राह्मण द ग्रेट किताब
IAS नियाज खान ने ब्राह्मण द ग्रेट किताब लिखी है। इसमें उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर कई धारणाएं दी हैं। उन्होंने ब्राह्मण के दिमाग को काफी तेज और सुपर ब्रेन बताया है। उन्होंने अपनी किताब में ये भी लिखा कि अगर ब्राह्मण को हर फील्ड में नेतृत्व दिया जाए या सलाहकार बनाया जाए तो देश कई मायनों में बदल सकता है।
इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।
— NIYAZ KHAN (@saifasa) February 16, 2025
चाणक्य से प्रेरित हैं IAS नियाज खान
इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।
— NIYAZ KHAN (@saifasa) February 16, 2025IAS नियाज खान बताते हैं कि उन्होंने चाणक्य के बारे में बहुत कुछ पढ़ा है और यही कारण है कि वे उनसे बहुत ज्यादा प्रेरित रहे हैं। उन्होंने बताया कि चाणक्य की बुद्धि का स्तर बहुत ज्यादा था। नियाज खान ने न केवल चाणक्य, बल्कि सुदामा के बारे में भी पढ़ा है, इसलिए वे ब्राह्मणों को श्रेष्ठ कहते हैं।
चाणक्य-सुदामा के बारे में पढ़ा तब आया किताब लिखने का विचार
IAS नियाज खान ने बताया कि जब उन्होंने चाणक्य और सुदामा के बारे में पढ़ा तो उन्होंने ठान लिया कि वे ब्राह्मणों पर कोई न कोई किताब जरूर लिखेंगे। नियाज खान का कहना है कि हजारों सालों में देश ने कई बदलाव होते देखे, लेकिन ब्राह्मणों की अपनी संस्कृति और सत्ता में कोई भी परिवर्तन देखने नहीं मिला।
कश्मीर फाइल्स को लेकर दिए बयान पर हुआ था विवाद
IAS नियाज खान कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर दिए बयान से काफी सुर्खियों में आए थे। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों की हत्या दिखाने के लिए भी कश्मीर फाइल्स की तरह एक फिल्म बननी चाहिए। इस बयान के बाद कई नेताओं ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
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