Ayodhya Ram Mandir: रंगभरी एकादशी के पावन अवसर पर अयोध्या धाम में भक्ति और उल्लास का अनूठा संगम देखने को मिला। इस दिन संतों और भक्तों ने आराध्य श्रीराम के साथ होली खेली और ढोल की थाप पर जमकर नृत्य किया। पूरे शहर में भगवान राम के भजनों की गूंज और रंगों की बहार ने अयोध्या को एक दिव्य आनंद से भर दिया।
कब मनाई जाती है रंगभरी एकादशी
रंगभरी एकादशी को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व होली के उत्सव की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन संतों ने श्रीराम के मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की और भगवान राम को रंगों से सजाया। इसके बाद संतों ने ढोल और मंजीरे की थाप पर भक्ति भरे गीत गाए और नृत्य किया।
अयोध्या के घाटों और मंदिरों को फूलों और रंगों से सजाया
इस अवसर पर अयोध्या के घाटों और मंदिरों को फूलों और रंगों से सजाया गया। भक्तों ने श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को याद करते हुए उनके प्रति अपनी भक्ति व्यक्त की। इस पावन मौके पर शहर में एक आध्यात्मिक उत्साह का वातावरण बना रहा।
भक्तों ने श्रीराम के प्रति अपनी अटूट आस्था और प्रेम
रंगभरी एकादशी का यह उत्सव अयोध्या की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को दर्शाता है। इस दिन संतों और भक्तों ने श्रीराम के प्रति अपनी अटूट आस्था और प्रेम को प्रकट किया। अयोध्या में यह उत्सव हर साल बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, जो भगवान राम के प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा को दर्शाता है।
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