Aaj Ka Panchang 10 March 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर दिन का विशेष महत्व होता है। 10 मार्च 2025 को पंचांग के अनुसार आमलकी एकादशी मनाई जाएगी, जिसे आंवला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही इस दिन नृसिंह द्वादशी का भी शुभ संयोग बन रहा है। हिंदू धर्म में यह दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
10 मार्च 2025 का पंचांग (10 March 2025 Panchang)
- संवत – पिङ्गला विक्रम संवत 2081
- माह – फाल्गुन, शुक्ल पक्ष
- तिथि – एकादशी 07:45 AM तक फिर द्वादशी
- दिन – सोमवार
- सूर्योदय – 06:38 AM
- सूर्यास्त – 06:27 PM
- नक्षत्र – पुष्य
- चंद्र राशि – कर्क (स्वामी ग्रह – चंद्रमा)
- सूर्य राशि – कुंभ (स्वामी ग्रह – शनि)
- करण – विष्टि 07:45 AM तक फिर विष्टि
- योग – शोभन 01:58 PM तक फिर अतिगण्ड
- चंद्रोदय- 02:51 PM
- चंद्रास्त – 04:59 AM (11 मार्च)
आमलकी एकादशी पूजा मुहूर्त (Amalaki Ekadashi Puja Muhurat 2025)
- प्रातः 06:36 से 08:05 तक
- प्रातः 09:34 से 11:03 तक
10 मार्च 2025 के शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat)
- अभिजीत मुहूर्त – 11:53 AM से 12:44 PM तक
- विजय मुहूर्त – 02:25 PM से 03:25 PM तक
- गोधूलि मुहूर्त – 06:25 PM से 07:21 PM तक
- ब्रह्म मुहूर्त – 04:03 AM से 05:07 AM तक
- अमृत काल – 06:03 AM से 07:46 AM तक
- निशीथ काल मुहूर्त – रात्रि 11:42 से 12:26 तक
- संध्या पूजन मुहूर्त – 06:26 PM से 07:04 PM तक
10 मार्च 2025 के अशुभ मुहूर्त (Ashubh Muhurat)
दिशाशूल (Dishashool)
- पूर्व दिशा में यात्रा से बचें। यदि यात्रा अनिवार्य हो, तो पहले आवश्यक उपाय करें।
राहुकाल (Rahu Kaal) – 10 मार्च 2025
राहुकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। इस समय किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचें।
विभिन्न शहरों के लिए राहुकाल समय
- दिल्ली – सुबह 08:06 से 09:35 तक
- मुंबई – सुबह 08:21 से 09:51 तक
- चंडीगढ़ – सुबह 08:09 से 09:37 तक
- लखनऊ – सुबह 07:51 से 09:20 तक
- भोपाल – सुबह 08:04 से 09:33 तक
- कोलकाता – सुबह 07:20 से 08:49 तक
- अहमदाबाद – सुबह 08:23 से 09:52 तक
- चेन्नई – सुबह 07:50 से 09:20 तक
पंचांग के पांच अंग (Panchang Ke 5 Ang)
- तिथि: हिंदू कैलेंडर में 30 तिथियां होती हैं, जो दो पक्षों में विभाजित होती हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।
- नक्षत्र: आकाश मंडल में 27 नक्षत्र होते हैं, जो नौ ग्रहों से जुड़े होते हैं।
- वार: सप्ताह के सात दिन ग्रहों के नाम पर आधारित हैं – सोमवार से रविवार तक।
- योग: सूर्य और चंद्रमा की विशेष दूरियों के आधार पर 27 योग बनाए जाते हैं।
- करण: एक तिथि में दो करण होते हैं, कुल मिलाकर 11 करण होते हैं। शुभ कार्यों के लिए करण का विशेष महत्व होता है।
10 मार्च 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। इस दिन आमलकी एकादशी और नृसिंह द्वादशी का संयोग बन रहा है, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। शुभ कार्यों के लिए पंचांग में बताए गए मुहूर्त का पालन करें और राहुकाल में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें।
Disclaimer: यह जानकारी मान्यताओं, धारणाओं और अलग-अलग स्रोतों पर उपलब्ध सामग्री पर आधारित है और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। इस जानकारी के आधार पर कोई भी निजी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
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